सतत एवं व्यापक मूल्यांकन विचार के जनक कौन है?
इसे सुनेंरोकेंCBSE ने अधिगम के मूल्यांकन हेतु सतत एवं व्यापक मूल्यांकन की अनुशंसा की है।
व्यापक आंकलन क्या है?
इसे सुनेंरोकेंव्यापक आकलन से तात्पर्य हैं, ऐसा आकलन जो छात्रों के विद्यालय पर आधारित मूल्यांकन तथा उनके परिणाम पर आकलन करके उनके जीतने की संभावना के बारे में सोच है, यही व्यापक आकलन कहलाता है।
कौन सा बिंदु रचनात्मक और योगात्मक मूल्यांकन का नहीं है?
इसे सुनेंरोकेंइस प्रकार उपर्युक्त बिंदुओं से, यह स्पष्ट है कि छात्रों की रैंकिंग एक उपयुक्त रचनात्मक आकलन नहीं है। योगात्मक मूल्यांकन: यह आकलन के प्रकार को संदर्भित करता है जो अवधि या पाठ्यक्रम के अंत में छात्र के अधिगम के स्तर को मापने, प्रमाणित करने और रिपोर्ट करने में मदद करता है।
राजस्थान में सतत व्यापक मूल्यांकन कितने चरणों में लागू हुआ?
इसे सुनेंरोकेंकला–शिक्षा, व्यक्तिगत गुण एवं अभिवृत्तियाँ, स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा से सम्बन्धित योगात्मक आकलन से प्राप्त स्थितियों / उपलब्धियों को सत्र में दो बार पंजिका में दर्ज किया जाएगा। पहला आकलन द्वितीय योगात्मक आकलन (SA-2) के समय एवं दूसरा आकलन चतुर्थ योगात्मक आकलन (SA- 4) के समय होगा।
राजस्थान में उच्च प्राथमिक विद्यालयों में CALP कार्यक्रम का प्रारंभ कब हुआ?
इसे सुनेंरोकें2004-05 में राजस्थान के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में ‘CALP’ कार्यक्रम शुरू किया गया।
मूल्यांकन का जनक कौन है?
इसे सुनेंरोकेंमौखिक परीक्षा का सर्वप्रथम उपयोग ग्लेडाइड्स ने शुरू किया था। मौखिक परीक्षा को यूनान के महान दार्शनिक और पश्चिमी दर्शन के जनक सुकरात ने भी महत्वपूर्ण स्थान दिया था। छात्र के ज्ञान के मूल्यांकन की यह विधि मुख्यतः व्यक्तिगत होती मतलब छात्र को अकेले बुलाकर उससे प्रश्न पूंछे जाते हैं।
सीसीई का फुल फॉर्म क्या है?
इसे सुनेंरोकेंCCE: Continuous and Comprehensive Evaluation CCE का full form Continuous and Comprehensive Evaluation है। हिंदी में सीसीई का फुल फॉर्म सतत तथा व्यापक मूल्यांकन है। सीसीई एक छात्र मूल्यांकन प्रणाली को संदर्भित करता है जो शिक्षा के सभी पहलुओं को शामिल करता है।
रचनात्मक आकलन का दूसरा नाम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंरचनात्मक मूल्यांकन को शैक्षिक मूल्यांकन, कक्षा मूल्यांकन, या सीखने के लिए मूल्यांकन के रूप में भी जाना जाता है।